5 seconds बिना ऑक्सीजन के | क्या होगा जब ऑक्सीजन नहीं होगी | क्या सांस रोकना काफी होगा।
1.कंक्रीट की सभी चीजें बिखर जाएंगी
सारे के सारे कंक्रीट के बने हुए इमारत चकना चूर हो जाएंगे। हां बात थोड़ी हैरान कर देने वाली है लेकिन जितने भी सीमेंट से बने हुए स्थान हैं या इमारत है उनको मजबूती से और सही सलामत रखने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है। दरअसल ऑक्सीजन एक ऐसी चीज है जो कणों को बांधके रखती है।
और जैसे ही ऑक्सीजन खत्म होगी कणों का बंधन टूट जाएगा और सारे के सारे कंक्रीट बनी हुई इमारतें, ब्रिज, रोड्स हर छोटे-बड़े घर डहकर के बिखर जाएंगे।2.आप अपनी सुनने की क्षमता खो देंगें।
ज्यादातर लोग अपने सुनने की क्षमता खो देंगे। जी हां आपकी सुनने की क्षमता केवल आपके कान या हो रही आवाज के उपर केवल निर्भर नहीं करता है। दरअसल इसके पीछे भी ऑक्सीजन जिम्मेदार है और अगर इससे भी सटीक बात की जाए तो हमारेे कानों के जो ear drumps होते है उन्हें ऑक्सीजन चाहिए होता है किसी भी ध्वनि को समझने के लिए।
और अगर अचानक से ऑक्सीजन खत्म हो जाती है तो जो हमारे वातावरण में जो एयर प्रेशर है वो 20% कम हो जाएगा। यह बिल्कुल वेसा ही है जैसे आपको समुंदर के पाताल से अचानक ही एक सेकेंड के अंदर माउंट एवरेस्ट की चोटी पर खड़ा कर दिया जाए और ये जो अचानक से एयर प्रेशर में जो बदलाव आएगा, इससे आपके कान के ड्रम फट जाएंगे। क्या कभी आपको पतली सी अचानक से सन्न एसे कुछ आवाज सुनाई दी है। यह दरअसल एयर प्रेशर की वजह से ही होता है। और यकीनन जब आपके इयर drumps ब्लास्ट करेंगे तो काफी ज्यादा तकलीफ होगी और ऐसा तो केवल एक सेकेंड के अंदर ही हो जाएगा। 5 सेकंड तो बहुत दूर की बात है और तब अगर ऑक्सीजन वापस भी आ जाए 5 सेकंड के बाद। तो आप कुछ सुनने के लायक ही नहीं रहोगे।3.आप बूरी तरह पक जाएंगे।
अब जो लोग बीच पर समुंदर के किनारे धूप का आनंद उठा रहे होंगे ऑक्सीजन के जाते ही उनका शरीर भयानक तरीके से जल जाएगा। इस बात को देखो और समझो, सूरज की किरणे हमारी धरती तक पहुंचती है तो उसके साथ कई सारे रेडिएशन और अल्ट्रावॉयलेट रेज ही आते हैं जो कि हमारे लिए बहुत ही ज्यादा घातक है। और उन्हें आने से रोकता है Ozone।
Ozone यानी की O3 जब ऑक्सीजन के तीन मॉलिक्यूल एक साथ आकर के जुड़ते हैं तो वह बनता है Ozone। अच्छा तो मुझे बताओ क्या आपने कभी सोचा है कि तंदूरी या भट्टी में पकना कैसा होता है। अगर ऑक्सीजन नहीं रहा तो हम वैसे ही पक जाएंगे। और 5 सेकंड काफी है हमारा तंदूर बनाने के लिए।5.A Great Traffic और दिन में रात
सारे के सारे वाहन काम करना बंद कर देंगे। अब क्योंकि इंजन ईंधन की वजह से चलते है,जब ऑक्सीजन नहीं होगा तो कंब्शन नहीं होगा, इंजन नहीं चलेगा और जितनी भी गाड़ियां होगी जितने भी वाहन होंगे वही काम करना बंद कर देंगे। जरा सोंचो सड़कों पर कितनी सारी गाड़ियां, आसमान में हर वक्त प्लेन और हेलीकॉप्टर उड़ते ही रहते है। ऑक्सीजन नहीं होगा तो प्लेन और जेंट्स कहीं भी गिरने लगेंगे। किसी भी कोने में कुछ भी जल रहा होगा वो उसी वक़्त जलना बंद हो जाएगा। और सबसे जरूरी और चारों तरफ इस कदर अंधेरा हो जाएगा जैसे शाम के वक्त होता है
और वह इसलिए क्योंकि ऑक्सीजन के कण रोशनी को फैलाने में मदद करते है। तो अगर ऑक्सीजन नहीं होगी तो रोशनी तेजी से नहीं फेलेगी। खेर बाकी के भी कण है वातावरण में जो रोशनी को फैलाते हैं, लेकिन ऑक्सीजन के ना होने की वजह से उसका असर रोशनी में तो जरुर पड़ेगा।6.Cold Welding
जितने भी धातु हैं वो एक दूसरे से अचानक ही वेल्ड हो जाएंगे, जुड़ जाएंगे। आम तौर पर जो धातु होते हैं एक दूसरे के संपर्क में आने के बाद एक दूसरे से जुड़ते नहीं है। जो कि कुदरती है और जैसा कि हम जानते हैं। लेकिन ये इसलिए होता है क्योंकि धातु के ऊपर एक ऑक्सीजन की कुदरती परत होती है जो कि एक धातु को दूसरे धातु से जुड़ने से रोकती। लेकिन जिस जगह ऑक्सीजन नहीं होती वहां पर ऐसा नहीं चलता।अगर धातु के टुकड़ों को ऐसी जगह पर रख दीया जाए, वह भी एक के ऊपर एक साथ जहां पर ऑक्सीजन नहीं है, तो कोल्ड बेल्डिंग के जरिए दो धातु खुद ब खुद एक दूसरे से बेल्ड होकर के एक बन जाते हैं और ऐसा ही होगा धरती पर अगर ऑक्सीजन नहीं होगा। जितने भी धातु एक एक दूसरे धातु से संपर्क में होंगे वह आपस में ऐड हो जाएंगे।
7. सारे जल के श्रोत भाप में तब्दील हो जाएंगे।
सबसे भयानक और सबसे जरूरी जल के श्रोत भाप में तब्दील हो जाएंगे। अब क्या है ना पानी यानी जल बेसिकली 2 एलिमेंट से बना है। पहला है ऑक्सीजन और दूसरा है हाइड्रोजन।
और जब पानी में ऑक्सीजन ही नहीं होगा तो सिर्फ बचेगा हाइड्रोजन और हाइड्रोजन मुख्य रूप होता है गैस। और जैसा कि हम जानते हैं, पीरियोडिक टेबल में सबसे लाइटेस्ट एलिमेंट होता है हाइड्रोजन। तो जैसे ही ऑक्सीजन गायब होगा हाइड्रोजन गैस बन करके आसमान में उड़ जाएगा। और हाइड्रोजन इतना ज्यादा हल्का होता है कि वो पृथ्वी को छोड़कर के अंतरिक्ष में चला जाएगा। और बिना ऑक्सीजन का हमारा ये जो ग्रीन प्लेनेट है ये 5 सेकंड से भी कम समय में रेगिस्तान में तब्दील हो जाएगा। और आपने ये कहीं ना कहीं कभी ना कभी तो पढ़ा ही होगा कि हमारा जो शरीर है मुख्यता कार्बन,ऑक्सीजन, हाइड्रोजन से बना है। और हमारेे शरीर में 75% पानी है और पानी है तो ऑक्सीजन है और जैसे ही हमारे शरीर से ऑक्सीजन गायब होगा हमारा शरीर जो है, वह तुरंत पलक झपकते ही सूख जाएगा, मम्मी में तब्दील हो जाएगा। और यह धरती के हर जीते जागते सांस लेते बाशिंदे के साथ होगा।8.अगर आप सही सलामत बच गए।
अगर आप सही सलामत बच भी गए इन 5 सेकंड के अंदर तो इसका आपकी सांसों पर नहीं होगा। अब आप सोचोगे की अगर ऑक्सीजन नहीं होगी तो हम सांस कैसे लेंगे दरअसल 5 सेकंड तक ऑक्सीजन का ना होना ये हमारे सांसों को असर नहीं करेगा। यहां पर अब सांस लेने वाली बात को छोड़ कर के हर बात की टेंशन है। चलो ठीक है 5 सेकंड बाद अगर ऑक्सीजन वापस आ जाती है तो फिर क्या होगा? तो ऑक्सीजन आते ही होगा यूं कि हमारी धरती में एक बहुत भयानक विस्फोट होगा क्योंकि हमारे आसपास की सारी चीजें ऑक्सीजन के संपर्क में आते ही ऑक्सीडाइज्ड होने लगेंगी।
जैसे की समुंदर में पानी बनना शुरू हो जाएगा। मिट्टी में ऑक्सीजन खुलने लगेगी और ऐसा ही हर एक चीज के साथ होगा और जब यह विस्फोट होगा जो कि होन तय है तो हमारी पृथ्वी काफी देर तक भयानक रूप से ठंडी हो जाएगी और अगर आप बच गए तो इतना ठंड काफी होगा आपकी कुल्फी जमाने में। वैसे ये 5 सेकंड काफी ज्यादा रोमांचक होगा। आपको क्या लगता है, एक्सपीरियंस करना चाहेंगे कि नहीं कमेंट में जरूर बताएं।उम्मीद करते हैं कि यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। अगर पसंदा आए तो शेयर करो यार और अगर नहीं पसंद आया अरे तो यार बताओ क्यों नहीं पसंद आया बताते नहीं हो यार तुम हैं। तो चलो मिलते हैं आपसे अगले आर्टिकल में, तक के लिए नमस्कार।
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